Rebellion of former Karnataka Deputy CM Eshwarappa from BJP: येदियुरप्पा के बेटे के खिलाफ लड़ेंगे चुनाव, बेटे को टिकट न मिलने से हैं नाराज

Rebellion of former Karnataka Deputy CM Eshwarappa from BJP:

Rebellion of former Karnataka Deputy CM Eshwarappa from BJP: येदियुरप्पा के बेटे के खिलाफ लड़ेंगे चुनाव, बेटे को टिकट न मिलने से हैं नाराज

Rebellion of former Karnataka Deputy CM Eshwarappa from BJP:

कर्नाटक में लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा ने 13 मार्च को अपनी दूसरी लिस्ट में 20 उम्मीदवारों का नाम घोषित किए, जिसके बाद पार्टी में विरोध के सुर उठने लगे हैं।

पूर्व डिप्टी CM केएस ईश्वरप्पा हावेरी लोकसभा सीट से अपने बेटे केई कंटेश के लिए टिकट मांग रहे थे, लेकिन पार्टी ने पूर्व सीएम बसवराज बोम्मई को अपना कैंडिडेट बनाया।

इससे नाराज होकर उन्होंने मंगलवार (19 मार्च) को ऐलान किया कि वे खुद पूर्व CM बीएस येदियुरप्पा के बेटे बीवाई विजयेंद्र के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे। भाजपा ने विजयेंद्र को शिवमोगा से टिकट दी है।

येदियुरप्पा के परिवारवाद की राजनीति को बताई बगावत की वजह

ईश्वरप्पा ने न्यूज एजेंसी PTI से इंटरव्यू में कहा- कर्नाटक में भाजपा अच्छी स्थिति में नहीं है। कर्नाटक की जनता और पार्टी के कार्यकर्ता तो भाजपा के पक्ष में हैं, लेकिन यहां की व्यवस्था खराब है।

 

उन्होंने येदियुरप्पा पर परिवारवाद के आरोप लगाते हुए कहा- मोदी जी कहते हैं कि कांग्रेस पार्टी एक परिवार के हाथ में हैं, लेकिन कर्नाटक भाजपा में भी यही स्थिति है। कर्नाटक भाजपा पर भी एक परिवार का कब्जा है। हमें इसका विरोध करना होगा।

कर्नाटक भाजपा के ये नेता भी कर सकते हैं बगावत

1. डीवी सदानंद गौड़ा

भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री डीवी सदानंद गौड़ा ने पहले लोकसभा चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था, लेकिन अब वे अचानक चुनाव लड़ने की इच्छा जता रहे हैं। मंगलवार को उन्होंने संकेत दिए कि वे कांग्रेस में शामिल होने पर विचार कर सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक वे आज बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसका ऐलान भी कर सकते हैं। हालांकि, वे कहां से चुनाव लड़ना चाहते हैं इसकी अभी कोई जानकारी नहीं आई है।

2. कराडी संगन्ना

कर्नाटक के कोप्पल से दो बार के भाजपा विधायक कराडी सांगन्ना भी टिकट नहीं मिलने से नाराज हैं। पार्टी ने कोप्पल से डॉ. बसवराज क्यावटोर को कैंडिडेट बनाया है। इससे नाराज संगन्ना ने कहा कि वे कांग्रेस नेताओं के संपर्क में हैं, लेकिन अभी तक कोई फैसला नहीं लिया है।

संगन्ना ने मीडिया से मंगलवार को कहा, “मैं अभी कोई नया फैसला नहीं करने वाला। गुरुवार को हमारी पार्टी के नेताओं के साथ बैठक है। पार्टी में बने रहने या कांग्रेस में शामिल होने के बारे में हमारे नेता जो भी सुझाव देंगे, मैं उसके साथ जाऊंगा।

3. जेसी मधुस्वामी

इसके अलावा भाजपा ने कर्नाटक की तुमकुरु लोकसभा सीट से वी सोमन्ना को मैदान में उतारा है, जिससे कर्नाटक के पूर्व मंत्री जेसी मधुस्वामी नाराज हो गए। मधुस्वामी ने कहा, ” मैं सोमन्ना के लिए काम नहीं करने वाला। मुझे दुख है कि वह (येदियुरप्पा) मेरे लिए खड़े नहीं हुए और मेरी उम्मीदवारी का समर्थन नहीं किया। अब मैं सोच रहा हूं कि इस पार्टी में रहना चाहिए या नहीं।

मधुस्वामी ने कहा- मैं अपने कार्यकर्ताओं के साथ चर्चा करूंगा कि आगे क्या करना है। जब सार्वजनिक जीवन में नेताओं के बीच भ्रम की स्थिति होती है, तो केवल जनता ही बेहतर निर्णय ले सकते हैं। मैं एक बैठक बुलाऊंगा और उनसे पूछूंगा कि आगे क्या करना है।

2 मार्च को जारी भाजपा की पहली लिस्ट में 16 राज्य और 2 केंद्र शासित प्रदेशों में 195 नाम जारी हुए थे। 34 केंद्रीय मंत्रियों को टिकट मिला। वहीं, सूची में 28 महिलाएं, 27 SC, 18 ST, 57 OBC नाम रहे। 50 साल से कम उम्र के 47 कैंडिडेट थे, जिन्हें पार्टी ने युवा कहा। पूरी खबर पढ़ें…

लोकसभा चुनाव के लिए 13 मार्च की शाम भाजपा की दूसरी लिस्ट जारी हुई। इसमें 72 नाम हैं। नागपुर से नितिन गडकरी, मुंबई नॉर्थ से पीयूष गोयल और हमीरपुर से अनुराग ठाकुर को टिकट दिया गया है। एक दिन पहले हरियाणा के मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़ने वाले मनोहर लाल खट्‌टर करनाल से चुनाव लड़ेंगे।

रूस: व्लादिमीर पुतिन पांचवीं बार बने रूस के राष्ट्रपति, नवलनी की मौत पर विपक्षी नेता बोले- दुखद घटना

रूस: व्लादिमीर पुतिन

रूस: व्लादिमीर पुतिन पांचवीं बार बने रूस के राष्ट्रपति, नवलनी की मौत पर विपक्षी नेता बोले- दुखद घटना

रूस: व्लादिमीर पुतिन

रूस: व्लादिमीर पुतिन चुनाव में पुतिन ने एक बार फिर बड़ी जीत हासिल की है। पार्टी कार्यालय में अपने संबोधन के दौरान पुतिन ने कहा कि विपक्षी नेता नवलनी की मौत एक दुखद घटना है.
रूस के राष्ट्रपति चुनाव में व्लादिमीर पुतिन ने एक बार फिर बड़ी जीत हासिल की है। राष्ट्रपति पद जीतने के बाद, पुतिन ने कहा कि वह फरवरी में आर्कटिक जेल में विपक्षी नेता की अचानक मौत से पहले एलेक्सी नवलनी से जुड़े कैदी की अदला-बदली पर सहमत हुए थे। पुतिन ने नवलनी की मौत को दुखद घटना बताते हुए कहा कि जेलों में अन्य कैदियों की मौत के भी मामले सामने आ रहे हैं.

नवानली की मौत एक दुखद घटना- पुतिन

रविवार को चुनाव मुख्यालय से अपने संबोधन में पुतिन ने कहा कि जहां तक नवलनी का सवाल है- हां, उनका निधन हो गया. यह एक दुखद घटना है. एकमात्र शर्त यह थी कि हम उसे बदले में वापस नहीं आने देंगे। ऐसी बातें होती रहती हैं. आप इसके बारे में कुछ नहीं कर सकते, यह जीवन का हिस्सा है।

चुनावों से राष्ट्रीय एकता मजबूत हुई- पुतिन

रूसी जेल सेवा के हवाले से बताया गया कि 16 फरवरी को जेल में बंद रूसी विपक्षी नेता एलेक्सी नवलनी की मौत हो गई. रूसी जेल ने घोषणा की कि टहलने के बाद नवलनी अस्वस्थ महसूस करने लगे और उसके बाद उनका स्वास्थ्य लगातार बिगड़ता गया। पुतिन ने कहा कि चुनावों ने राष्ट्रीय एकता को मजबूत किया है और रूस के लिए आगे बहुत काम है क्योंकि उसने पश्चिम के साथ टकराव का रास्ता जारी रखा है।

हमें कोई डरा नहीं सकता- पुतिन

पुतिन ने अपने संबोधन में कहा कि कोई हमें कितना भी डराने की कोशिश करे, कोई हमें कितना भी दबाने की कोशिश करे, हमारी इच्छाशक्ति, हमारी चेतना, इतिहास में ऐसा काम न आज तक कोई कर पाया है, न अब है. . होगा भी और भविष्य में भी नहीं होगा. रूसी संघ के केंद्रीय चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, पुतिन ने 87.17 प्रतिशत वोट प्राप्त करके राष्ट्रपति चुनाव जीता।

Lok Sabha Election 2024 Date: 19 अप्रैल से शुरू होगी वोटिंग, 7 चरणों में होंगे चुनाव, 4 जून को आएंगे नतीजे

Lok Sabha Election 2024 Date

Lok Sabha Election 2024 Date: 19 अप्रैल से शुरू होगी वोटिंग, 7 चरणों में होंगे चुनाव, 4 जून को आएंगे नतीजे

Lok Sabha Election 2024 Date

चुनाव आयोग ने आज Lok Sabha Election 2024 Date का ऐलान कर दिया है. चुनाव आयोग ने कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए मतदान 19 अप्रैल से शुरू होगा और नतीजे 4 जून को आएंगे.

चुनाव आयोग ने आज लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। चुनाव आयोग ने बताया कि 19 अप्रैल से लोकसभा चुनाव की वोटिंग शुरू होगी और 4 जून को नतीजे आएंगे। 7 चरणों में लोकसभा के चुनाव होंगे जिसमें से पहला चरण 19 अप्रैल को, दूसरा चरण 26 अप्रैल, तीसरा चरण 7 मई को, चौथा चरण 13 मई, पाचवां चरण को 20 मई, छठा 25 मई और सातवें चरण का मतदान 1 जून को होगा।

  1. चुनाव शुरू- 19 अप्रैल

  2. चुनाव नतीजे- 4 जून

  3. कुल 7 चरणों में मतदान

  • लोकसभा की 543 सीटों के लिए मतदान 7 चरणों में होगा और जून को चुनाव की काउंटिंग होगी।
चरणवोटिंग तारीख
पहला19 अप्रैल
दूसरा26 अप्रैल
तीसरा7 मई
चौथा13 मई
पांचवां20 मई
छठा25 मई
सातवां1 जून

97 करोड़ रजिस्टर वोटर करेंगे मतदान

बता दें कि लोकसभा की 543 सीटों के लिए तारीखों का ऐलान करते वक्त चुनाव आयोग ने बताया कि इस बार 97 करोड़ रजिस्टर वोटर हैं और कुल 10.5 लाख पोलिंग स्टेशन हैं। इस दौरान चुनाव आयोग ने ये भी बताया कि देश में कुल युवा वोटर 19.74 करोड़ हैं। इतना ही नहीं देशभर के कुल 97 करोड़ मतदाताओं में से 49.7 करोड़ पुरुष वोटर हैं और 47.1 करोड़ महिला मतदाता हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने ये भी बताया कि 2024 के लोकसभा चुनाव में 1.8 करोड़ युवा पहली बार वोट डालेंगे।

वोटर्स के इस आंकड़े डालें नजर

चुनाव आयोग ने ये भी बताया कि इस बार 85 साल से अधिक उम्र के वोटर्स की संख्या 82 लाख है। वहीं 18 से 19 साल की महिला वोटर्स की संख्या 85.3 लाख है और 20 से 29 साल के 19.74 करोड़ वोटर्स हैं। इतना ही नहीं इस चुनाव में 48 हजार ट्रांसजेंडर मतदाता हैं। 88.4 लाख फिजिकली हैंडीकैप्ड वोटर्स हैं। 19.1 लाख नौकरी करने वाले मतदाता हैं और 2.18 लाख मतदाता केंद्रीय कर्मचारी हैं।

Lok Sabha Chunav Date: , देखें लोकसभा चुनाव के पूरे सात चरणों का लेखा-जोखा.

Lok Sabha Chunav Date:

Lok Sabha Chunav Date:, देखें लोकसभा चुनाव के पूरे सात चरणों का लेखा-जोखा.

Lok Sabha Chunav Date:

Lok Sabha Chunav Date: मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि लोकसभा चुनाव का पहला चरण 19 अप्रैल, दूसरा चरण 26 अप्रैल, तीसरा चरण 7 मई, चौथा चरण 13 मई, पांचवां चरण 20 मई, छठा चरण 25 मई और सातवां चरण 1 जून को होगा। 19 अप्रैल से 1 जून तक 7 चरणों में होंगे लोकसभा चुनाव। वोटों की गिनती 4 जून को होगी।

नई दिल्ली: देश के सबसे बड़े ‘चुनावी महाकुंभ’ की तारीखों का ऐलान आज मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कर दिया है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि लोकसभा चुनाव का पहला चरण 19 अप्रैल, दूसरा चरण 26 अप्रैल, तीसरा चरण 7 मई, चौथा चरण 13 मई, पांचवां चरण 20 मई, छठा चरण 25 मई और सातवां चरण 1 जून को होगा। 19 अप्रैल से 1 जून तक 7 चरणों में होंगे लोकसभा चुनाव। वोटों की गिनती 4 जून को होगी।

फेज-1 में 102 लोकसभा सीटों पर वोटिंग

फेज -1 का नोटिफिकेशन 20 मार्च को जारी होगा। नॉमिनेशन दाखिल करने की आखिरी तारीख 27 मार्च होगी। 28 मार्च को नामांकन पत्र की जांच। 30 मार्च को नामांकन वापस लिया जा सकेगा। 19 अप्रैल को वोटिंग होगी। पहले फेज में 102 लोकसभा सीटों पर वोटिंग होगी।

दूसरे फेज में 89 लोकसभा सीटों पर वोटिंग

दूसरे फेज के चुनाव के लिए नोटिफिकेशन 28 मार्च को जारी किया जाएगा। 4 अप्रैल तक नामांकन दाखिल किया जा सके। 5 अप्रैल को नामांकन पत्रों की जांच होगी और 8 अप्रैल तक नामांकन वापस लिया जा सकता है। 26 अप्रैल को यहां वोटिंग होगी। दूसरे फेज मे 89 लोकसभा सीटों पर वोटिंग होगी।

Election Commissioner Appointment: 2 नए चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति आज संभव, ये 5 नाम हैं रेस में

Election Commissioner Appointment:

Election Commissioner Appointment: 2 नए चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति आज संभव, ये 5 नाम हैं रेस में

Election Commissioner Appointment:

Election Commissioner Appointment: इस समय चुनाव आयोग में सिर्फ मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार हैं।

चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति मामले में शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में भी अहम सुनवाई होना है।
  1. चुनाव आयोग में तीन सदस्य होते हैं – मुख्य चुनाव आयुक्त और दो चुनाव आयुक्त।
  2. चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडेय 14 फरवरी को सेवानिवृत्त हो गए थे।
  3. इसके बाद हाल ही में चुनाव आयुक्त अरुण गोयल ने भी इस्तीफा दे दिया था।

एजेंसी, नई दिल्ली। अरुण गोयल के चुनाव आयुक्त के पद से इस्तीफा देने और अनूप चंद्र पांडे की सेवानिवृत्ति के बाद चुनाव आयोग में दो चुनाव आयुक्तों के पद खाली हैं। इन पर नई नियुक्ति आज हो सकती है।

प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली समिति की आज नई दिल्ली में बैठक होना है। मुख्य चुनाव आयुक्त और चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति और सेवा शर्त कानून 2023 के मुताबिक चुनाव आयुक्तों का चयन तीन सदस्यीय समिति करती है। इस समिति के अध्यक्ष प्रधानमंत्री हैं, लोकसभा में नेता विपक्ष या सबसे बड़े विपक्षी दल का नेता और प्रधानमंत्री द्वारा नामित कोई एक कैबिनेट मंत्री चयन समिति में शामिल होता है।

Electoral Bonds: आख़िरकार SBI ने खोली चुनावी बांड की पोल, SC की सख्ती पर चुनाव आयोग को सौंपी सूची

Electoral Bonds: 

Electoral Bonds: आख़िरकार SBI ने खोली चुनावी बांड की पोल, SC की सख्ती पर चुनाव आयोग को सौंपी सूची

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Electoral Bonds: सुप्रीम कोर्ट की सख्ती के बाद SBI ने इलेक्टोरल बॉन्ड के राज से आखिरकार पर्दा उठा दिया है. कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए बैंक प्रबंधन ने बॉन्ड खरीदने वालों की सूची चुनाव आयोग को सौंप दी है.

Supreme Court Order on Electoral Bonds: लंबी कानूनी लड़ाई के बाद आखिरकार SBI ने इलेक्टोरल बॉन्ड के राज से पर्दा उठा दिया है. सुप्रीम कोर्ट की सख्ती के बाद SBI ने चुनाव आयोग को राजनीतिक पार्टियों को डोनेशन देने वाले दानदाताओं की लिस्ट सौंप दी है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए चुनाव आयोग को इलेक्टोरल बॉन्ड का विवरण सौंपा गया. सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को एसबीआई को कड़ी फटकार लगाते हुए आदेश दिया था कि वह 12 मार्च को कामकाजी समय खत्म होने से पहले चुनाव आयोग को इलेक्टोरल बॉन्ड के विवरण दे.

सुप्रीम कोर्ट के ‘हंटर’ से डरा SBI

सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक, चुनाव आयोग को 15 मार्च शाम 5 बजे तक बैंक की ओर से शेयर की गई जानकारी अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर प्रकाशित करनी होगी. सूत्रों के मुताबिक, SBI सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए शाम 5 बजे से पहले इलेक्टोरल बॉन्ड का विवरण चुनाव आयोग को सौंप दिया है. एसबीआई ने 2018 में योजना की शुरुआत होने के बाद से 30 किश्तों में 16 हजार 518 करोड़ रुपये के इलेक्टोरल बॉन्ड जारी किए हैं.

कोर्ट ने 15 फरवरी को रद्द कर दी थी स्कीम

एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने पिछले महीने 15 फरवरी को सरकार की इलेक्टोरल बॉन्ड की स्कीम को रद्द कर दिया था. इस स्कीम में प्रावधान था कि कोई भी गुमनाव व्यक्ति या संस्था किसी भी राजनीतिक पार्टी को फंडिग कर सकता है.

सुप्रीम कोर्ट ने इस स्कीम असंवैधानिक करार देते हुए SBI को आदेश दिया था कि वह चुनाव आयोग को इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदने वाले दानदाताओं और फंड हासिल करने वाली पार्टियों की डिटेल सौंपे. इसके बाद आयोग उस डिटेल को अपनी वेबसाइट पर अपलोड करे, जिससे आम लोगों को भी पता चल सके कि किस पार्टी को कहां से और कितनी फंडिंग आ रही है.

बैंक ने मांगा था 30 जून तक का वक्त

सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में हुई सुनवाई में SBI ने इस काम को पेचीदा बताते हुए 30 जून तक का वक्त मांगा. हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने बैंक की दलील नहीं मानी और उसकी अर्जी खारिज कर दी. साथ ही बैंक प्रबंधन को आदेश दिया कि वह मंगलवार शाम तक हर हालत में इलेक्टोरल बॉन्ड से जुड़ी सारी डिटेल चुनाव आयोग को सौंप दे अन्यथा उसके एमडी के खिलाफ अवमानना की कार्रवाई भी शुरू की जा सकती है.

अब एसबीआई की ओर से चुनाव आयोग को डिटेल सौंपने के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि 15 मार्च तक चुनाव आयोग इसे अपनी वेबसाइट पर अपलोड कर देगा. जिसके बाद देश के लोगों को राजनीतिक पार्टियों की फंडिंग और उन्हें पैसा देने वाले दानदाताओं के बारे में पता चल सकेगा.

नकद चंदे का विकल्प देने की योजना

बताते चलें कि राजनीतिक फंडिंग में पारदर्शिता बढ़ाने के लिए मोदी सरकार ने इलेक्टोरल बॉन्ड की स्कीम पेश की थी. इसके तहत राजनीतिक पार्टियों को नकद चंदे के विकल्प के रूप में चुनावी बॉन्ड का ऑप्शन दिया गया था. इसके लिए नोडल बैंक एसबीआई को बनाया गया था. SBI ने मार्च 2018 में इस तरह के बॉन्ड की पहली बिक्री की थी. कोई भी व्यक्ति या संस्था SBI से यह बॉन्ड खरीदकर किसी भी पार्टी को डोनेट कर सकता था.

पारदर्शिता न होने से उठ रहे थे सवाल

हालांकि यह सब कार्य गोपनीय था, जिसके चलते इस स्कीम पर सवाल उठ रहे थे. सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करने वाले एडीआर संस्था का कहना था कि स्कीम में पारदर्शिता का पूरी तरह अभाव है. आम लोगों को कभी पता ही नहीं चल सकता कि किस पार्टी को किसने, कितना डोनेशन दिया. इससे सीधे तौर पर भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिल रहा है.

कल होगी किसान महापंचायत, SKM का दावा- दिल्ली पुलिस ने दी इजाजत

SKM

कल होगी किसान महापंचायत, SKM का दावा- दिल्ली पुलिस ने दी इजाजत

SKM

नई दिल्ली। संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने मंगलवार को कहा कि दिल्ली पुलिस ने उसे 14 मार्च को रामलीला मैदान में ‘किसान मजदूर महापंचायत‘ आयोजित करने की अनुमति दे दी है. मोर्चा ने कहा कि मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ ‘लड़ाई तेज करने’ का संकल्प लिया जाएगा. महापंचायत में पारित किया जाए. तीन केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर 2020-21 में किसानों के विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करने वाले किसान संगठनों का नेतृत्व करने वाले एसकेएम ने जोर देकर कहा कि महापंचायत शांतिपूर्ण रहेगी।

एसकेएम ने एक बयान में दावा किया, “दिल्ली पुलिस ने 14 मार्च, 2024 को रामलीला मैदान में महापंचायत आयोजित करने और दिल्ली नगर प्रशासन के सहयोग से पार्किंग स्थान और पानी, शौचालय और एम्बुलेंस जैसी अन्य बुनियादी सुविधाओं की व्यवस्था करने पर कोई आपत्ति नहीं दी है।” प्रमाणपत्र (एनओसी) जारी कर दिया गया है.

एसकेएम ने किसानों और कार्यकर्ताओं से ‘किसान मजदूर महापंचायत’ में भाग लेने की अपील की और कहा कि इस आयोजन को ‘राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण और सफल’ बनाने के लिए तैयारियां जोरों पर हैं।

इसमें कहा गया है कि महापंचायत मोदी सरकार की कॉर्पोरेट समर्थक, सांप्रदायिक, तानाशाही नीतियों के खिलाफ लड़ाई तेज करने और खेती, खाद्य सुरक्षा, आजीविका और लोगों को कॉर्पोरेट लूट से बचाने के लिए संघर्ष करने के लिए एक ‘संकल्प पत्र’ पारित करेगी।

एसकेएम की ओर से जारी बयान में कहा गया है, ”महापंचायत आगामी लोकसभा चुनाव के संदर्भ में किसानों और श्रमिकों की वास्तविक मांगों के लिए चल रहे संघर्ष को कैसे तेज किया जाए, इस पर भविष्य की कार्य योजना की घोषणा करेगी।” महापंचायत में आसपास के राज्यों से भी लोग शामिल होंगे.

बयान में कहा गया, ”ज्यादातर किसान ट्रेन से आ रहे हैं. दिल्ली में परेशानी मुक्त परिवहन के लिए, बसों और चार पहिया वाहनों पर संबंधित संगठनों के झंडे के अलावा स्टिकर होंगे और किसानों को गंतव्य पर छोड़ने के बाद, वाहनों को दिल्ली में आवंटित स्थान पर पार्क किया जाएगा।

एसकेएम ने कहा कि दिल्ली पुलिस प्रतिभागियों के साथ-साथ जनता की सुचारू आवाजाही की सुविधा के लिए यातायात सलाह जारी करेगी।

पिछले महीने, संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा ने ‘दिल्ली चलो’ का आह्वान किया था, लेकिन हरियाणा में अधिकारियों ने पंजाब से प्रदर्शनकारियों के प्रवेश को रोक दिया था। दिल्ली पुलिस ने पड़ोसी राज्यों के साथ शहर की सीमाओं पर अतिरिक्त बैरिकेडिंग कर दी थी।

प्रदर्शनकारी किसान फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी सहित अपनी अन्य मांगों को स्वीकार करने के लिए केंद्र पर दबाव बनाने के लिए पंजाब और हरियाणा के दो सीमा बिंदुओं पर डेरा डाले हुए हैं।

बयान में किसानों के संगठन भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के चादुनी गुट को 14 मार्च को ‘किसान मजदूर महापंचायत’ में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है.

इसमें कहा गया, “एसकेएम सभी आम जनता और वर्ग संगठनों और श्रमिक संघों, छात्रों, युवाओं और महिलाओं से महापंचायत में भाग लेने की अपील करता है।”