अमेरिका में राहुल गांधी ऐसा क्या कह रहे हैं कि बीजेपी जवाब देने उतर आई है

अमेरिका में राहुल गांधी ऐसा क्या कह रहे हैं

अमेरिका में राहुल गांधी ऐसा क्या कह रहे हैं कि बीजेपी जवाब देने उतर आई है
अमेरिका में राहुल गांधी ऐसा क्या कह रहे हैं

अमेरिका में राहुल गांधी ऐसा क्या कह रहे हैं

अमेरिका दौरे पर गए लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी कई कार्यक्रमों में हिस्सा ले रहे हैं। इन कार्यक्रमों में उनके बयान लगातार सुर्खियां बटोर रहे हैं और इस पर सत्तारूढ़ बीजेपी नेताओं के बयान भी आ रहे हैं।

टेक्सास में उनके दिए गए बयान की काफ़ी चर्चाएं थीं जिस पर बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान और गिरिराज सिंह ने जवाब दिया था.

अब वॉशिंगटन डीसी में एक कार्यक्रम में राहुल गांधी के दिए गए बयानों पर भी हंगामा खड़ा हो गया है. इन बयानों का जवाब देने के लिए बीजेपी की ओर से केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी और पार्टी नेता जगदंबिका पाल सामने आए हैं.

वॉशिंगटन डीसी में इंडियन ओवरसीस कांग्रेस के एक कार्यक्रम में राहुल गांधी ने कहा कि वो संसद में प्रधानमंत्री (मोदी) को सामने से देखते हैं और कह सकते हैं कि ‘56 इंच, भगवान से सीधे संपर्क जैसे मोदी के आइडिया अब सब जा चुके हैं और ये अब इतिहास बन चुके हैं.’

इंडियन ओवरसीज़ कांग्रेस के चेयरपर्सन सैम पित्रोदा ने बीते सप्ताह समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा था कि विपक्ष के नेता अमेरिका किसी आधिकारिक हैसियत से नहीं बल्कि ‘व्यक्तिगत तौर’ पर आ रहे हैं.

प्रेस क्लब में हुए सवालों पर राहुल गांधी के जवाब …

  • भारत की राजनीति पर : 2014 से लेकर अब तक भारत में राजनीति नाटकीय रूप से बदल गई है। हम ऐसे दौर में पहुंच गए हैं जो हमने भारत में पहले कभी नहीं देखा था। यह आक्रामक, हमारे लोकतांत्रिक ढांचे की नींव पर हमला है।
  • देश में जारी आरक्षण पर : भारत का 90% हिस्सा या तो आदिवासी, निचली जाति, दलित या अल्पसंख्यक हैं। सरकार, विभिन्न संस्थानों और मीडिया में उनकी भागीदारी की कमी है। हम जाति जनगणना की तरह ही वास्तविकता सामने लाने के लिए भारत में एक सर्वेक्षण का प्रस्ताव रख रहे हैं।
  • जाति जनगणना पर : मेरे और INDIA गठबंधन के लिए सवाल यह है, क्या भारत निष्पक्ष है? हम कई सालों से आजाद हैं, लेकिन हम असल में कितनी दूर आ गए हैं? जाति का विचार अभी भी जिंदा है। हम भारत में निष्पक्षता पर डेटा चाहते हैं, और एक बार डेटा आने के बाद, हम असंतुलन को ठीक करने के लिए नीतियां प्रस्तावित कर सकते हैं।
  • आरक्षण वाले बयान के विवाद पर : हम जो कह रहे हैं वह केवल आरक्षण के विचार से अलग है। जो हो रहा है उसे ठीक करने के लिए नीतियां बनाकर लागू करना चाहते हैं, जिसमें आरक्षण भी एक है। किसी ने मेरी बात को गलत तरीके से पेश किया कि मैं आरक्षण के खिलाफ हूं। हम आरक्षण को 50% से आगे बढ़ाने जा रहे हैं।
  • भारत में चीन के बढ़ते कब्जे पर : चीनी सैनिकों ने लद्दाख में दिल्ली के आकार की जमीन पर कब्जा कर रखा है। यह एक आपदा है। मीडिया इसके बारे में लिखना पसंद नहीं करता। अमेरिका कैसे रिएक्ट करता, क्या राष्ट्रपति यह कहकर बच जाते मामला अच्छी तरह से संभाला है? मोदी चीन को नहीं संभाल पा रहे हैं।
  • चीन की बढ़ती शक्ति पर : पहले पश्चिमी देश, अमेरिका, यूरोप और भारत उत्पादक हुआ करते थे, लेकिन फिर हमने उत्पादन बंद करने का फैसला किया और इसे चीन को सौंप दिया। भारत जैसे देश के लिए, मैन्युफैक्चरिंग की उपेक्षा और सर्विस को बढ़ावा देने का मतलब है कि भारत अपने लोगों के लिए पर्याप्त रोजगार के अवसर प्रदान नहीं कर सकता।
  • भारत अमेरिका संबंधों पर : मुझे नहीं लगता कि इंडियन पॉलिसी पर ट्रंप या कमला हैरिस में बहुत ज्यादा मतभेद होंगे। दोनों देशों के बीच संबंधों को दोनों तरफ से बुनियादी तौर पर स्वीकार किया जाता है। इसलिए मुझे नहीं लगता कि इस मुद्दे पर मोदी से कोई ज्यादा मतभेद होगा, लेकिन मैं पूरी तरह गलत भी हो सकता हूं।
  • भारत जोड़ो यात्राओं पर : हमें राजनीतिक यात्रा निकालने के लिए मजबूर होना पड़ा क्योंकि लोकतंत्र में कुछ भी काम नहीं कर रहा था। हम गए और यह काम कर गया। पर्सनली मैं हमेशा से ऐसा करना चाहता था। बचपन से ही सोचता था कि मुझे अपने जीवन के किसी मोड़ पर अपने देश में घूमना चाहिए और देखना चाहिए कि यह क्या है।
  • कानूनी मामलों पर : चुनाव के दौरान हमारे पास कोई पैसा नहीं था। हमारे बैंक अकाउंट फ्रीज कर दिए गए थे। भारतीय इतिहास में, मैं मानहानि के लिए जेल की सजा पाने वाला एकमात्र व्यक्ति हूं, मेरे खिलाफ 20 मामले हैं। हमारे पास एक मुख्यमंत्री है जो अभी जेल में है।

आरक्षण पर दिए बयान से देश में मचा बवाल इससे पहले राहुल ने मंगलवार को जॉर्ज टाउन यूनिवर्सिटी में आरक्षण खत्म करने के सवाल पर जवाब दिया। उन्होंने कहा, “कांग्रेस तभी आरक्षण खत्म करने के बारे में सोचेगी, जब देश में सभी को समान अवसर मिलने लगेंगे।

Haryana BJP Candidate List: हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी की पहली लिस्ट जारी, सीएम सैनी को लाडवा से टिकट, देखें पूरी लिस्ट

Haryana BJP Candidate List:

Haryana BJP Candidate List: हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी की पहली लिस्ट जारी, सीएम सैनी को लाडवा से टिकट, देखें पूरी लिस्ट

Haryana BJP Candidate List:

Haryana BJP Candidate List: हरियाणा चुनाव के लिए बीजेपी ने बुधवार को आगामी हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए 67 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी. हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी इस बार करनाल की जगह लाडवा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे. 90 विधानसभा सीटों वाले हरियाणा में 5 अक्टूबर को वोटिंग होगी.

  • हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ने 67 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की
  • हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी इस बार लाडवा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे
  • 90 विधानसभा सीटों वाली हरियाणा में 5 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे, 8 अक्टूबर को रिजल्ट
  • चंडीगढ़: हरियाणा में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ने बुधवार को 67 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी इस बार करनाल की बजाय लाडवा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे। इसके अलावा अनिल विज को अंबाला कैंट से टिकट दिया गया है जबकि गुड़गांव से मुकेश शर्मा को उम्मीदवार बनाया गया है। 90 विधानसभा सीटों वाली हरियाणा में 5 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे। जबकि वोटों की गिनती 8 अक्टूबर को होगी।
  • कहां से लड़ेंगे नायब सिंह सैनी
    मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी इस बार करनाल की बजाय लाडवा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे। नायब सिंह सैनी जब मार्च में हरियाणा के मुख्यमंत्री बने थे तो तब वे विधायक नहीं, बल्कि करनाल लोकसभा सीट से सांसद थे। उस समय सीएम पद से इस्तीफा देने वाले मनोहर लाल खट्टर ने करनाल विधानसभा सीट से इस्तीफा दे दिया था। सैनी इसी सीट से जीतकर विधायक बने, लेकिन इस बार पार्टी ने उन्हें करनाल विधानसभा की बजाय लाडवा से चुनाव लड़ाने का फैसला किया है।
  • हरियाणा चुनाव के लिए बीजेपी उम्मीदवारों की लिस्ट
    विधानसभा सीउम्मीदवार
    लाडवानायब सिंह सैनी
    कालकाशक्ति रानी शर्मा
    पंचकुलाज्ञान चंद गुप्ता
    अंबाला कैंटअनिल विज
    अंबाला शहरअसीम गोयल
    मुलाना (एससी)संतोष सरवन
    सढ़ौरा (एससी)बलवंत सिंह
    जगाधरीकंवर पाल गुर्जर
    यमुनानगरघनश्याम दास अरोड़ा
    रादौरश्याम सिंह राणा
    शाहबाद (एससी)सुभाष कलसाना
    थानेसरसुभाष सुधा
    पेहोवासरदार कमलजीत सिंह अजराना
    गुहला (एससी)कुलवंत बाजीगर
    कलायतकमलेश ढांडा
    कैथललीला राम गुर्जर
    नीलोखेड़ी (एससी)भगवान दास कबीरपंथी
    इंद्रीराम कुमार कश्यप
    करनालजगमोहन आनंद
    घरौंडाहरविंदर कल्याण
    पानीपत ग्रामीणमहिपाल ढांडा
    पानीपत शहरप्रमोद कुमार विज
    इसराना (एससी)कृष्ण लाल पंवार
    समालखामनमोहन भड़ाना
    खरखौदा (एससी)पवन खरखौदा
    सोनीपतनिखिल मदान
    गोहानाडॉ. अरविन्द शर्मा
    सफीदोंराम कुमार गौतम
    जींदडॉ. कृष्ण लाल मिड्ढा
    उचाना कलांदेवेन्द्र अत्री
    टोहानादेवेन्द्र सिंह बबली
    फतेहाबादडूडा राम बिश्नोई
    रतिया (एससी)सुनीता दुग्गल
    कालांवाली (एससी)राजिंदर देशुजोधा
    रानियाशीशपाल कंबोज
    आदमपुरभव्य बिश्नोई
    उकलाना (एससी)अनूप धानक
    नारनौंदकैप्टन अभिमन्यु
    हांसीविनोद भयाना
    बरवालारणवीस गंगवा
    हिसारडॉ कमल गुप्ता
    नलवारणधीर पनिहार
    लोहारूजेपी दलाल
    बधराउमेद पातुवास
    दादरीसुनील सांगवान
    भिवानीघनश्याम सर्राफ
    तोशामश्रुति चौधरी
    बवानी खेड़ाकपूर वाल्मीकि
    मेहमदीपक हुडा
    गढ़ी सांपला-किलोईमंजू हुडा
    कलानौररेनू डाबला
    बहादुरगढ़दिनेश कौशिक
    बादलीओमपकाश धनखड़
    झज्जरकप्तान बिरधाना
    बेरीसंजय कबलाना
    अटेलीकुमारी आरती सिंह रवि
    नांगल चौधरीडॉ अभय सिंह यादव
    कोसलीअनिल दहिना
    रेवाड़ीलक्ष्मण सिंह यादव
    बादशाहपुरराव नरबीर सिंह
    गुड़गांवमुकेश शर्मा
    सोहनातेजपाल तंवर
    पलवलगौरव गौतम
    पृथलाटेकचंद शर्मा
    बल्लभगढ़मूलचंद्र शर्मा
    फरीदाबादविपुल गोयल
    तिगांवराजेश नागर
  • हरियाणा में 5 अक्टूबर को डाले जाएंगे वोट 
  • इससे पहले चुनाव आयोग ने शनिवार को हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए मतदान की तारीख में बदलाव किया। निर्वाचन आयोग ने हरियाणा में एक चरण में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए मतदान की तारीख बदलकर 5 अक्टूबर कर दी है। इससे पहले मतदान 1 अक्टूबर को होना था।

हरियाणा विधानसभा चुनाव की नई तारीख का ऐलान, अब 5 अक्टूबर को डाले जाएंगे वोट, 8 को होगी मतगणना

हरियाणा विधानसभा चुनाव की नई तारीख का ऐलान,

हरियाणा विधानसभा चुनाव की नई तारीख का ऐलान, अब 5 अक्टूबर को डाले जाएंगे वोट, 8 को होगी मतगणना

हरियाणा विधानसभा चुनाव की नई तारीख का ऐलान,

जम्मू कश्मीर मतगणना की तारीख बदली: चुनाव आयोग ने जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव की मतगणना का दिन बदल दिया है. साथ ही हरियाणा में भी मतदान और मतगणना का दिन बदल दिया गया है.

यहां जानें क्या-क्या हुए हैं बदलाव… हरियाणा चुनाव की तारीख बदली: चुनाव आयोग ने हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 की तारीख बदल दी है. बीजेपी और इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) ने इसकी मांग की थी. अब हरियाणा की सभी सीटों पर 5 अक्टूबर को मतदान होगा. वहीं, 8 तारीख को मतगणना होगी. पहले 1 अक्टूबर को मतदान होना था. अब इसे बदलकर 5 अक्टूबर कर दिया गया है. वहीं, जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir Assembly Election 2024) में अब 8 अक्टूबर को मतगणना होगी. जम्मू-कश्मीर में मतदान का दिन नहीं बदला गया है. यह पहले तय तीनों चरणों की तारीखों पर ही होगा. जम्मू-कश्मीर में 18 सितंबर से तीन चरणों में मतदान होगा। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में पहले चरण का मतदान 18 सितंबर, दूसरे चरण का 25 सितंबर और तीसरे चरण का मतदान एक अक्टूबर को होगा।

चुनाव आयोग ने क्या कहा?

चुनाव आयोग ने बताया कि हरियाणा के लिए मतदान के दिन को 1 अक्टूबर से 5 अक्टूबर, 2024 तक संशोधित किया और तदनुसार जम्मू-कश्मीर और हरियाणा में विधानसभा चुनावों के लिए मतगणना का दिन 4 अक्टूबर से 8 अक्टूबर, 2024 तक संशोधित किया. बिश्नोई समुदाय के मतदान के अधिकार और परंपराओं दोनों का सम्मान करने के लिए निर्णय लिया गया. जिसने अपने गुरु जंभेश्वर की याद में आसोज अमावस्या उत्सव में भाग लेने की सदियों पुरानी प्रथा को बरकरार रखा है.

बिश्नोई समाज की बात मानी

चुनाव आयोग को हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए मतदान की तारीख यानी 01.10.2024 को पुनर्निर्धारित करने के लिए अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने आग्रह किया था. उन्होंने बताया था कि पीढ़ियों से पंजाब, राजस्थान और हरियाणा के कई बिश्नोई परिवारों के लिए आसोज अमावस्या उत्सव में भाग लेना अति आवश्यक है. इस साल यह त्योहार 2 अक्टूबर को होगा और सिरसा, फतेहाबाद और हिसार में रहने वाले हजारों बिश्नोई परिवार मतदान के दिन राजस्थान की यात्रा करेंगे, जिससे उन्हें मतदान के अधिकार से वंचित कर दिया जाएगा.

पहले कभी बदलीं हैं तारीखें?

विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद ऐसा पहली बार नहीं है कि चुनाव आयोग ने तारीखें बदलीं हैं. ऐसा पहले भी हो चुका है. चुनाव आयोग ने बताया कि विभिन्न समुदायों की भावनाओं का सम्मान करने के लिए चुनाव की तारीखों को भी समायोजित किया है. उदाहरण के लिए, 2022 में पंजाब विधानसभा चुनाव के दौरान चुनाव आयोग ने गुरु रविदास जयंती के लिए वाराणसी जाने वाले भक्तों को समायोजित करने के लिए चुनाव को एक सप्ताह के लिए स्थगित कर दिया था. इसी तरह, मणिपुर में 2022 के विधानसभा चुनावों के दौरान, आयोग ने ईसाई समुदाय की रविवार की प्रार्थना का सम्मान करने के लिए मतदान की तारीखें बदल दीं. इसी तरह, 2023 के राजस्थान विधानसभा चुनावों में, आयोग ने मूल रूप से देवउठनी एकादशी पर होने वाले मतदान को पुनर्निर्धारित किया, जो राजस्थान में सामूहिक विवाह के लिए महत्वपूर्ण दिन है. यूपी विधानसभा चुनाव 2012 में बारावफात के कारण मतदान की तारीख बदल दी गई थी. संयोग से, संशोधित मतदान दिवस 30 सितंबर 2024 को एक दिन की छुट्टी लेकर छह दिन की छुट्टी की किसी भी चिंता का समाधान भी करेगा. लंबी छुट्टियों को लेकर ही भाजपा और इनेलो ने चुनाव की तारीख आगे बढ़ाने की मांग की थी. हालांकि, चुनाव आयोग ने इस चिंता पर ध्यान तो दिया, लेकिन बदलाव बिश्नोई समाज के त्योहार के कारण ही किया है.

Haryana Assembly Elections : असंतोष से बचने के लिए कांग्रेस बिना प्रधानमंत्री के चुनाव लड़ सकती है

Haryana Assembly Elections :

Haryana Assembly Elections : असंतोष से बचने के लिए कांग्रेस बिना प्रधानमंत्री के चुनाव लड़ सकती है

Haryana Assembly Elections :

Haryana Assembly Elections : चुनाव न लड़ने वाला भी प्रधानमंत्री बन सकता है हिमाचल भवन में संसदीय चयन समिति की बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए हरियाणा कांग्रेस के नेता दीपक बावरिया ने कहा कि यह आलाकमान का एकाधिकार है और कोई भी राज्य पर नियंत्रण कर सकता है

हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी दीपक बावरिया ने कहा कि पार्टी मुख्यमंत्री का फैसला विधानसभा चुनावों के बाद कर सकती है। किसी चुनाव न लड़ने वाले व्यक्ति को भी सीएम बनाया जा सकता है। दिल्ली के हिमाचल भवन में कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक के बाद उन्होंने मीडिया से कहा कि यह आलाकमान का एकाधिकार है, राज्य की कमान कोई भी संभाल सकता है।
इसी के साथ उन्होंने संकेत दे दिया है कि पार्टी राज्य में केवल पार्टी के सिंबल पर चुनाव लड़ेगी। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, दीपक बावरिया, प्रदेश अध्यक्ष उदयभान, कुमारी सैलजा, रणदीप सिंह सुरजेवाला समेत पार्टी के आला नेता मौजूद रहे।

दरअसल, राज्य में कुमारी शैलजा और रणदीप सिंह सुरजेवाला अपने अपने दांवे ठोंक रहे हैं। उनके गुट के नेताओं ने भी बड़े पैमाने पर टिकटों के लिए आवेदन किया है, ऐसे में टिकट बंटवारे के बाद पार्टी में सिर फुट्टौव्वल तय मानी जा रही है। इसके लिए स्क्रीनिंग समिति की बैठकें लगातार जारी हैं।

दो से अधिक बार हारने वाले नेताओं को नहीं मिलेगा टिकट
सूत्रों के अनुसार, पार्टी ने दो या उससे अधिक बार हारने वाले नेताओं को टिकट न देने पर सहमति व्यक्त की है। इसके अलावा कोई मौजूदा और पूर्व सांसद चुनाव नहीं लड़ सकेगा। केवल विशेष परिस्थितियों में पार्टी आलाकमान की अनुमति से ही ऐसा संभव हो सकेगा। हरियाणा को लेकर पार्टी ने 2 सितंबर को केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक बुलाई है।

कांग्रेस नेतृत्व की ओर से श्री शैलजा और श्री सुरजेवाला को सख्त संदेश: वे विधानसभा चुनाव में हिस्सा नहीं ले पाएंगे और सिर्फ प्रचार करेंगे।

कांग्रेस नेतृत्व की ओर से श्री शैलजा और श्री सुरजेवाला को सख्त संदेश: वे विधानसभा चुनाव में हिस्सा नहीं ले पाएंगे और सिर्फ प्रचार करेंगे।

कांग्रेस नेतृत्व की ओर से श्री शैलजा और श्री सुरजेवाला को सख्त संदेश: इस समय भारतीय कांग्रेस का प्रतिनिधित्व बहुत कमजोर है। एक या दो सीटें हारने से विपक्ष के नेता के रूप में कांग्रेस की स्थिति खतरे में पड़ जाएगी। वर्तमान में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे विपक्ष के नेता हैं।

नई दिल्ली/चंडीगढ़: हरियाणा में मौजूदा चुनावों में कांग्रेस भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ एक दशक से चली आ रही अपनी सत्ता विरोधी नीति से उत्साहित नजर आ रही है। लेकिन कांग्रेस के भीतर गुटबाजी को लेकर कांग्रेस चिंतित है। कांग्रेस और हरियाणा विधानसभा में अंदरूनी कलह लगातार बनी हुई है। हाल ही में कांग्रेस हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों पर मंथन कर रही है। हरियाणा चयन समिति की पिछले कुछ दिनों से लगातार बैठकें हो रही हैं। बुधवार दोपहर को मतदाता सूची पर मंथन कई घंटों तक चला। कांग्रेस को हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों के लिए 25,000 से ज्यादा उम्मीदवारों के आवेदन मिले हैं।

कांग्रेस के भीतर दिक्कत है कि गुटबाजी नीचे से लेकर ऊपर तक चल रही है। वहां सरकार में आने की संभावना को देखते हुए पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमार सैलजा भी सीएम पद की दावेदारी जता चुकी हैं। इसके लिए वह बाकायदा अपने लिए विधायकी का टिकट चाह रही हैं। चर्चा है कि कांग्रेस महासचिव और हुड्डा सरकार में मंत्री रहे रणदीप सिंह सुरजेवाला भी असेंबली चुनाव लड़ना चाहत
कांग्रेस नेतृत्व को एक सख्त संकेत देना पड़ा
बड़े नेताओं की दिली इच्छा सामने आने के बाद कांग्रेस नेतृत्व को एक सख्त संकेत देना पड़ा। हरियाणा के प्रभारी दीपक बाबरिया ने बुधवार को टिकटों के मंथन के लिए हुई बैठक के बाद मीडिया में कहा कि कोई भी मौजूदा सांसद असेंबली चुनाव नहीं लड़ेगा। सांसद मौजूदा चुनाव में सिर्फ पार्टी के लिए प्रचार करेंगे। उन्होंने कहा कि बुधवार को लगभग 15-16 टिकटों पर चर्चा हुई। हालांकि उम्मीदवारी तय करने में अभी थोड़ा और वक्त लगेगा। शनिवार तक लिस्ट कुछ तैयार हो सकती है। सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस की लिस्ट 7-8 सितंबर के आसपास आ सकती है। हरियाणा को लेकर नामांकन की आखिरी तारीख 12 सितंबर है। पार्टी ने संकेत दिया है कि मौजूदा विधायकों की टिकट की दावेदारी बरकरार रहेगी। टिकट उन्हीं विधायकों के कटेंगे, जिनके खिलाफ एंटी इनकंबेंसी है।

Jammu and Kashmir general elections: एक दशक बाद फिर से हो रहे आम चुनावों को लेकर उत्साह, 280 लोगों ने भरे मतपत्र

Jammu and Kashmir general elections:

Jammu and Kashmir general elections: एक दशक बाद फिर से हो रहे आम चुनावों को लेकर उत्साह, 280 लोगों ने भरे मतपत्र

Jammu and Kashmir general elections:

पहले चरण में दक्षिण कश्मीर के पुलवामा, शोपियां, अनंतनाग, कुलगाम और चिनाब घाटी के किश्तवाड़, डोडा और रामबन जिलों की 24 विधानसभा सीटों के लिए 280 नामांकन दाखिल किए गए।

Jammu and Kashmir general elections: एक दशक बाद फिर से हो रहे आम चुनावों को लेकर उत्साह। पहले चरण में दक्षिण कश्मीर के पुलवामा, शोपियां, अनंतनाग, कुलगाम और चिनाब घाटी के किश्तवाड़, डोडा और रामबन जिलों की 24 विधानसभा सीटों के लिए 280 नामांकन दाखिल किए गए।

दक्षिण कश्मीर में जमात से जुड़े कई सदस्यों ने भी लोकतंत्र में आस्था जताते हुए पर्चा भरा। इसके साथ ही 2016 की हिंसा में पत्थरबाजी के लिए कुख्यात अलगाववादी सर्जन बरकती ने भी चुनाव में भागीदारी की। उनकी बेटी सुगरा बरकती ने उनकी ओर से पर्चा भरा।

पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती, आतंकियों की गोली का शिकार बने किश्तवाड़ के अनिल परिहार के परिवार की शगुन परिहार, पूर्व मंत्री सुनील शर्मा व शक्तिराज परिहार, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष विकार रसूल वानी व जीए मीर, नेकां के पूर्व सांसद हसनैन मसूदी, सीपीआई एम नेता एम वाई तारिगामी, पूर्व विधायक जीएम सरूरी ने पर्चा भरा।


शनिवार, रविवार और सोमवार को नामांकन न होने से मंगलवार को आखिरी दिन होने से नामांकन करने वालों की भारी भीड़ रही। सुरक्षा की दृष्टि से सभी सीटों पर सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए थे। दक्षिण कश्मीर में उमर व फारूक नेकां प्रत्याशियों के पर्चा भरने के दौरान मौजूद रहे तो महबूबा मुफ्ती पीडीपी प्रत्याशी के साथ रहीं। चिनाब वैली में केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने डोडा व प्रदेश प्रभारी तरुण चुग ने रामबन में मौजूद रहकर प्रत्याशियों के नामांकन के दौरान हौसला बढ़ाया।

प्रतिबंधित संगठन जमात-ए-इस्लामी के पूर्व अध्यक्ष तलत मजीद अलाई ने पुलवामा व पूर्व अध्यक्ष नजीर अहमद भट ने देवसर सीट से पर्चा दाखिल किया। जमात के एक अन्य पूर्व नेता सयार अहमद रेशी ने भी कुलगाम विधानसभा क्षेत्र से नामांकन किया। नामांकन के लिए जाने से पहले बरकती की बेटी सुगरा ने जेल से बारामुला संसदीय सीट पर जीत दर्ज करने वाले इंजीनियर रशीद के बेटों की तरह भावुक अपील की।

डोडा, पांपोर व भद्रवाह में सबसे अधिक 16 ने पर्चा भर से सबसे कम तीन नामांकन

पहले चरण के चुनाव में सबसे अधिक डोडा, पांपोर व भद्रवाह से 16-16 ने पर्चा भरा। सबसे कम अनंतनाग की बिजबिहाड़ा सीट से तीन प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किए।

23.77 लाख मतदाता, 5.66 युवा वोटर
पहले चरण की 24 सीटों के लिए मतदान 18 सितंबर को होगा। इनमें 23.27 लाख मतदाता हैं। युवा मतदाताओं की संख्या 5.66 लाख है।

सीट नामांकन

  • पांपोर 16
  • त्राल 13
  • पुलवामा 14
  • राजपोरा 12
  • जैनापोरा 15
  • शोपियां 13
  • डीएच पोरा 06
  • कुलगाम 11
  • देवसर 11
  • डोरू 12
  • कोकरनाग 11
  • अनंतनाग पश्चिम 14
  • अनंतनाग 13
  • बिजबिहाड़ा 03
  • शांगस-अनंतनाग 13
  • पहलगाम 06
  • इंद्रवल 13
  • किश्तवाड़ 11
  • पाडर-नागसेनी 08
  • भद्रवाह 16
  • डो़डा 16
  • डोडा पश्चिम 09
  • रामबन 14
  • बनिहाल 10

कुल 280

Janmasthami 2024 Shubh Muhurat: श्री कृष्ण जन्माष्टमी की पूजा करने का यह शुभ समय है। यहां जानें संपूर्ण पूजा विधि।

Janmasthami 2024 Shubh Muhurat:

Janmasthami 2024 Shubh Muhurat: श्री कृष्ण जन्माष्टमी की पूजा करने का यह शुभ समय है। यहां जानें संपूर्ण पूजा विधि।

Janmasthami 2024 Shubh Muhurat:

जन्माष्टमी का त्योहार 26 अगस्त 2024 को मनाया जाएगा। भक्त पूरे साल जन्माष्टमी के त्योहार का इंतजार करते हैं। 2024 में भगवान श्री कृष्ण की 5251वीं जयंती मनाई जाएगी। भगवान श्री कृष्ण को विष्णु जी का आठवां अवतार माना जाता है।

Janmasthami 2024 Shubh Muhurat: जन्माष्टमी का त्योहार 26 अगस्त 2024 को मनाया जाएगा। भक्त पूरे साल जन्माष्टमी के त्योहार का इंतजार करते हैं। 2024 में भगवान श्री कृष्ण की 5251वीं जयंती मनाई जाएगी। भगवान श्री कृष्ण को विष्णु जी का आठवां अवतार माना जाता है।

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन लड्डू गोपाल के बाल स्वरूप की पूजा की जाती है। श्री कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार भाद्रपद माह की कृष्ण पक्ष अष्टमी के दिन आता है। इस दिन, भक्त पूरे दिन  उपवास करते हैं। निशिता काल के दौरान, वे श्री कृष्ण का जन्मदिन मनाते हैं और उन्हें 56 भोग का प्रसाद चढ़ाते हैं। इसके बाद उनका प्रसाद ग्रहण कर व्रत खोला जाता है।
कृष्ण जन्माष्टमी के दिन अष्टमी तिथि कब से कब तक-
अष्टमी तिथि आरम्भ: 26 अगस्त, 2024, प्रातः 03:39 बजे लग जाएगी
अष्टमी तिथि समाप्त: 27 अगस्त, 2024, प्रातः 02:19 बजे होगीकृष्ण जन्माष्टमी की पूजा का शुभ समय 
निशिता पूजा (रात के समय) का समय: 27 अगस्त को रात 12:01 मिनट से 12:45 मिनट तक
आप इस दौरान 45 मिनट के शुभ मुहूर्त में कान्हा जी की आराधना कर सकते हैं और उनका जन्मोत्सव मना सकते हैं।
पारण का समय : 27 अगस्त को रात 12: 45 मिनट पर रहेगा

रोहिणी नक्षत्र कब होगा शुरू
भगवान श्रीकृष्ण का जन्म रोहिणी नक्षत्र में हुआ था। ऐसे में 26 अगस्त को रोहिणी नक्षत्र की शुरुआत शाम 3 बजकर 54 मिनट से होगी और समापन 27 अगस्त को शाम 3 बजकर 39 मिनट पर होगा।

पूजा विधि 
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन व्रती को भगवान के आगे संकल्प लेना चाहिए कि व्रतकर्ता श्रीकृष्ण की कृपा प्राप्ति के लिए, समस्त रोग-शोक निवारण के लिए, संतान आदि कोई भी कामना, जो शेष हो, उसकी पूर्ति के लिए विधि-विधान से व्रत का पालन करेगा। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी को प्रातःकाल स्नानादि से निवृत्त होकर मनोकामना पूर्ति एवं स्वास्थ्य सुख के लिए संकल्प लेकर व्रत धारण करना लाभदायक माना गया है। संध्या के समय अपनी-अपनी परंपरा अनुसार भगवान के लिए झूला बनाकर बालकृष्ण को उसमें झुलाया जाता है। आरती के बाद दही, माखन, पंजीरी और उसमें मिले सूखे मेवे, पंचामृत का भोग लगाकर उनका प्रसाद भक्तों में बांटा जाता है। पंचामृत द्वारा भगवान का स्नान एवं पंचामृत का पान करने से प्रमुख पांच ग्रहों की पीड़ा से मुक्ति मिलती है। दूध, दही, घी, शहद, शक्कर द्वारा निर्मित पंचामृत पूजन के पश्चात अमृततुल्य हो जाता है, जिसके सेवन से शरीर के अंदर मौजूद हानिकारक विषाणुओं का नाश होता है। शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है। अष्टमी की अर्द्धरात्रि में पंचामृत द्वारा भगवान का स्नान, लौकिक एवं पारलौकिक प्रभावों में वृद्धि करता है। रात्रि 12 बजे, खीरे में भगवान का जन्म कराकर जन्मोत्सव मनाना चाहिए। जहां तक संभव हो, संयम और नियमपूर्वक ही व्रत करना चाहिए। जन्माष्टमी को व्रत धारण कर गोदान करने से करोड़ों एकादशियों के व्रत के समान पुण्य प्राप्त होता है।