हाथरस हादसा: प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि सुरक्षाकर्मियों की लापरवाही ने ली 121 लोगों की जान, भगदड़ के ये दो सबसे बड़े कारण हैं।

हाथरस हादसा:

हाथरस हादसा: प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि सुरक्षाकर्मियों की लापरवाही ने ली 121 लोगों की जान, भगदड़ के ये दो सबसे बड़े कारण हैं।

 

हाथरस हादसा:

हाथरस हादसा: अधिकांश गवाहों ने कहा कि भगदड़ में 121 मौतों का कारण बाबा के चरणों की धूल पाने का विरोध और सेवादारों व सुरक्षाकर्मियों की लापरवाही थी।

सत्संग हादसे की जांच के लिए सेवानिवृत्त हाईकोर्ट जज बृजेश कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में गठित न्यायिक जांच आयोग के समक्ष रविवार को चार घंटे में 34 प्रत्यक्षदर्शियों ने अपने बयान दर्ज कराए। अधिकांश गवाहों ने कहा कि भगदड़ में 121 मौतों का कारण बाबा के चरणों की धूल पाने की होड़ और सेवादारों व सुरक्षाकर्मियों की लापरवाही थी।

सिकंदराराऊ के ब्रजबिहारी कौशिक ने कहा कि भगदड़ की घटना के दौरान वह मौके पर ही मौजूद थे। सत्संग समाप्त होने के बाद जब बाबा मंच से जाने लगे तो भीड़ उनके पीछे-पीछे चलने लगी। इस दौरान भगदड़ मच गई। जब हमने भीड़ को ऐसा करने से रोकने और लोगों को भगदड़ से बचाने का प्रयास किया तो वहां तैनात बाबा के सुरक्षाकर्मियों ने हमें आगे नहीं बढ़ने दिया और रोक दिया।

कौशल प्रताप सिंह और ओमवीर सिंह राणा ने बताया कि बाबा के पैर छूने और पौधे लूटने के विरोध के चलते भीड़ बेकाबू हो गई और वहां भगदड़ की स्थिति पैदा हो गई। यही घटना का कारण बनी। वहीं, दूसरे आरोपी राम प्रकाश शाक्य को रविवार को पुलिस ने कड़ी सुरक्षा के बीच कोर्ट में पेश किया। रिमांड मजिस्ट्रेट ने उसे चौदह दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

इससे पहले घटना के मुख्य आरोपी देव प्रकाश मधुकर और दूसरे आरोपी संजू यादव को शनिवार को चौदह दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। अंधभक्ति का एक और ऑडियो…कयामत पहले ही तय थी…बाबा ने कहा था सोशल मीडिया पर एक और ऑडियो वायरल हो रहा है जिसमें बाबा के दो भक्त मोबाइल पर एक दूसरे से बात कर रहे हैं। यह उनके मौखिक आदान-प्रदान की रिकॉर्डिंग है जिसमें एक भक्त यह घोषणा कर रहा है कि यह प्रलय का दिन पहले से ही निर्धारित था।

बाबा ने पहले ही कह दिया था। यह भी कोई बड़ी बात नहीं है। वे सभी निराकार तक पहुँच चुके हैं। किसी भी दिन बाबा उन्हें फिर से मुक्ति दिला सकते हैं। यह अंधभक्ति को दर्शाता है।

MS Dhoni Birthday: धोनी के जन्मदिन पर पत्नी साक्षी ने छुए उनके पैर, जानें किस अंदाज में माही ने दिए बधाई

MS Dhoni Birthday:

MS Dhoni Birthday: धोनी के जन्मदिन पर पत्नी साक्षी ने छुए उनके पैर, जानें किस अंदाज में माही ने दिए बधाई

MS Dhoni Birthday:

MS Dhoni Birthday: भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे सफल पूर्व कप्तानों में गिने जाने वाले महेंद्र सिंह धोनी आज 43 साल के हो गए हैं. वह अपना जन्मदिन मना रहे हैं, जहां उनके फैंस उन्हें फेसबुक, इंस्टाग्राम और एक्स के जरिए शुभकामनाएं दे रहे हैं. उनकी पत्नी साक्षी धोनी ने भी उन्हें जन्मदिन की बधाई दी है. इतना ही नहीं उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.

आप देख सकते हैं कि महेंद्र सिंह धोनी की पत्नी साक्षी उनके पांव छूती नजर आ रीह हैं। इतना ही नहीं जैसे ही साक्षी पैर छूती हैं वैसे ही माही उन्हें आशीर्वाद देते दिख रहे हैं। महेंद्र सिंह धोनी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सभी फॉर्मेट के क्रिकेट से सन्यास कई साल पहले ले चुके हैं। आईपीएल में वे चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) के लिए खेलते नजर आते हैं। अभी उन्होंने आईपीएल में सन्यास लेने का मन नहीं बनाया है।

धोनी ने पत्नी और दोस्तों संग सेलिब्रेट किया जन्मदिन

टीम के पूर्व कप्तान और महान खिलाड़ियों की लिस्ट में शामिल महेंद्र सिंह धोनी आज अपना 44वां जन्मदिन बना रहे हैं। जन्मदिन का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं। आप इस वीडियो में देख सकते हैं कि धोनी अपने दोस्तों और परिजनों के साथ बर्थडे केक काटा है। इस दौरान माही की पत्नी साक्षी ने पैर छुए।

इतना ही नहीं माही ने अपनी सुगण सुंदरी पत्नी साक्षी को सिर पर हाथ रखकर आशीर्वाद दिया। माही अपनी पत्नी को सबसे पहले केक खिलाते हैं और बैकग्राउंड में गाने की आवाज भी आ रही है। उनके दोस्त और साक्षी माही के चेहरे पर थोड़ा केक लगा दिख रहा है। इतना ही नहीं पत्नी साक्षी महेंद्र सिंह धोनी को केक खिलाती नजर आ रही हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो को बार-बार देखा जा रहा है, जहां फैंस तरह-तरह के कमेंट कर हौसला अफजाई कर रहे हैं

राहुल गांधी की खबर: किसी ने मां को खोने का दर्द बयां किया तो कोई फूट-फूट कर रोया, हाथरस भगदड़ के पीड़ित राहुल से मिलकर भावुक हो गए हैं

राहुल गांधी की खबर:

राहुल गांधी की खबर: किसी ने मां को खोने का दर्द बयां किया तो कोई फूट-फूट कर रोया, हाथरस भगदड़ के पीड़ित राहुल से मिलकर भावुक हो गए हैं

राहुल गांधी की खबर:

हाथरस भगदड़ खबर: हाथरस में मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई है। इस घटना के बाद सत्संग कराने वाले बाबा सूरज मित्र उर्फ ​​भोले बाबा की तलाश जारी है।

राहुल गांधी की खबर: अलीगढ़ में  कांग्रेस सांसद राहुल गांधी शुक्रवार (5 जुलाई) को उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले पहुंचे और हाथरस हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों से मुलाकात की। वह सुबह ही दिल्ली से अलीगढ़ और हाथरस के लिए रवाना हो गए। शाम करीब साढ़े सात बजे राहुल गांधी अलीगढ़ के पिलखना गांव पहुंचे, जहां उन्होंने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और उनका दुख-दर्द जाना। हाथरस में मंगलवार (2 जुलाई) को सत्संग के दौरान मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि दर्जनों लोग घायल हुए थे। अलीगढ़ से सटे हाथरस जिले के फुलेराई गांव में धर्म प्रचारक सूरज मित्र का सत्संग था, जिसमें हिस्सा लेने के लिए सैकड़ों लोग पहुंचे थे। इसी दौरान भगदड़ मच गई, जिसमें दबकर लोगों की जान चली गई। इस हादसे में मरने वालों में ज्यादातर लड़कियां हैं। सूरज मित्र को मानने वाले लोग, उनके अनुयायी उन्हें नारायण साकार हरि और भोले बाबा के नाम से पहचानते हैं। हादसे के बाद से ही बाबा की तलाश जारी है। फिलहाल पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

हाथरस पीड़ितों से मिले राहुल गांधी

अलीगढ़ में पीड़ित परिवारों से राहुल गांधी की मुलाकात का एक वीडियो भी सामने आया है। इसमें राहुल बैठे-बैठे परिजनों से बात करते और उनकी समस्याएं सुनते नजर आ रहे हैं। राहुल जहां बैठे हैं, उनके इर्द-गिर्द लोगों की भीड़ खड़ी है, जिसमें महिलाएं और बच्चे भी नजर आ रहे हैं। कांग्रेस नेता सभी की बातें ध्यान से सुन रहे हैं और उनके सवालों का जवाब दे रहे हैं। राहुल यहां आधे घंटे से ज्यादा समय तक रहे और सभी की बातें सुनीं।

अलीगढ़ में राहुल गांधी किसके घर गए?

कांग्रेस नेता राहुल अलीगढ़ में काजल के घर पहुंचे थे, जिनकी मां और भाई की मौत हाथरस हादसे में हो गई थी। काजल लगातार रो-रोकर बदहवास है। काजल का कहना है कि उसे नहीं पता कि अब वह कैसे रह पाएगी। उसने मांग की कि आयोजकों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। पीड़ित परिवारों ने बताया है कि राहुल गांधी ने उन्हें बताया कि वह मदद करेंगे। राहुल पीड़ितों को सांत्वना देते भी नजर आए।

मां का शव बर्फ में पड़ा मिला, पीड़िता ने राहुल को बताया

राहुल ने भगदड़ की शिकार हुई प्रेमवती देवी के परिजनों से भी मुलाकात की है। प्रेमवती के चार बेटे हैं, जिनसे राहुल ने मुलाकात कर उनका दुख जाना। प्रेमवती के बेटे बिजेंद्र ने बताया कि मां पिछले 9 साल से सत्संग में जा रही थीं। इस बार भगदड़ में उनकी जान चली गई। मां के साथ गांव के कुछ लोग भी गए थे। हमारे इलाके से एक ऑटो निकला था। मां उसी ऑटो में सवार होकर गई थीं। हमें बताया गया कि ऑटो दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। बिजेंद्र ने यह भी कहा कि हमें पहले नहीं बताया गया कि भगदड़ मची है। जब भैया वहां पहुंचे तो हमें पता चला कि क्या हुआ है। भावुक होते हुए प्रेमवती के बेटे ने बताया कि हमने मां को काफी ढूंढा, लेकिन वह नहीं मिलीं। बाद में पता चला कि वह बर्फ में पड़ी थीं। वह बहुत ही भयावह स्थिति में थीं। अधिकारी और बाबा (सूरज पाल) सभी लापता हैं। वहां सुरक्षा के लिए ज्यादा पुलिसकर्मी होने चाहिए थे।

3.5 लाख लोगों की भीड़ जुटी थी, लेकिन पुलिसकर्मी कम थे

प्रेमवती के दूसरे बेटे अरविंद ने राहुल से कहा कि कमेटी की गलती है। यह बाबा की गलती है। 80 हजार की जगह 3.5 लाख लोग वहां जमा हो गए। वहां 20-25 पुलिसकर्मी थे, जबकि कम से कम 2 सौ-250 पुलिसकर्मी होने चाहिए थे। अगर वहां ज्यादा रास्ते खुले होते तो यह संयोग नहीं बनता। घटनास्थल पर केवल एक ही मुख्य सड़क थी, इसलिए भगदड़ में सभी लोग मारे गए। मैंने 5 साल पहले सत्संग जाना शुरू किया था। मैं अपनी मां के साथ 2-3 साल तक गया, लेकिन मुझे बाबा में कुछ भी नजर नहीं आया। मैंने वहां जाना बंद कर दिया था। मैं अपनी मां से भी कहता था, लेकिन उन्होंने ध्यान नहीं दिया।

बाबा ने अपील की होती तो शायद भगदड़ नहीं होती: अरविंद

अरविंद ने कांग्रेस नेता से यह भी कहा कि मेरी मां को बाबा पर भरोसा था। अब हमें बाबा और कमेटी के सदस्यों के खिलाफ आंदोलन की जरूरत है। रोते हुए अरविंद ने कहा कि जब बाबा के सामने भगदड़ हुई थी, तो उन्हें लोगों से अपील करनी चाहिए थी कि वे घबराएं नहीं। अगर बाबा ने उन्हें रोका होता, तो लोग रुक जाते। अगर बाबा ने अपील की होती, तो भगदड़ नहीं होती। सैकड़ों लोगों की जान बच जाती।

उन्होंने यह भी कहा कि वे दुर्घटना के दौरान ही चले गए। उन्होंने फिर मुड़कर भी नहीं देखा। एफआईआर में बाबा का नाम भी होना चाहिए। प्रेमवती के तीसरे बेटे ने कहा कि बाबा को गिरफ्तार किया जाना चाहिए। अगर बाबा में शक्ति होती तो वे मेरी मां को जिंदा जला देते। वे देखने भी नहीं आए। इस पर राहुल गांधी ने कहा कि आपकी मांग संसद में उठाई जाएगी।

हाथरस में भगदड़ मचने पर बाबा चले गए, घायल महिला के परिजन

उषा देवी भी सत्संग में गई थीं। अब वे घायल हैं और बोल नहीं पा रही हैं। राहुल गांधी उनके परिजनों से भी मिले। उन्होंने कांग्रेस नेता को बताया कि जब हम रात में मौके पर पहुंचे तो उन्हें उठाकर ले गए। हमने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया। सत्संग में कई महिलाएं गई थीं। उषा देवी की बहू पूजा भी गई थीं। जब भगदड़ मची तो बाबा चले गए।

परिजनों ने कहा कि बाबा को ध्यान लगाना बहुत पसंद है। किसी ने इस घटना को अंजाम दिया है। बाहर से लोग आए थे। हम नहीं मानते कि बाबा की कोई गलती है। बाबा की एक गलती यह है कि वे लोगों के सामने नहीं आए। हम बाबा के चमत्कारों से सहमत हैं। मेरे साथ भी चमत्कार हुए हैं। लोगों को कोई रास्ता नहीं मिला। अब सत्संग होने पर भी वे पार नहीं जा पाएंगे।

कांग्रेस नेता ने परिवारों को मदद का भरोसा दिया

राहुल से मुलाकात के बाद पीड़ित परिवार की एक महिला ने कहा, “उन्होंने हमसे कहा है कि वे पार्टी के दौरान हमारी मदद करेंगे। उन्होंने हमसे पूछा कि यह सब कैसे हुआ। हमने उन्हें बताया है कि किस तरह लापरवाही बरती गई है।” पीड़ितों के परिजनों से मिलने के बाद कांग्रेस नेता वहां से चले गए। इस दौरान वे सुरक्षाकर्मियों से घिरे गांव की संकरी गलियों से गुजरते नजर आए। उन्होंने वहां खड़े लोगों का हाथ जोड़कर अभिवादन भी किया। अलीगढ़ के बाद राहुल हाथरस पहुंचे और वहां भी उन्होंने पीड़ितों से मुलाकात की।

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हाथरस केस: व्लादिमीर पुतिन ने हाथरस हादसे पर दिया बयान, कहा- मैं बहुत दुखी हूं

हाथरस केस:

हाथरस केस: व्लादिमीर पुतिन ने हाथरस हादसे पर दिया बयान, कहा- मैं बहुत दुखी हूं

हाथरस केस:

हाथरस केस: उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में भगदड़ के दौरान 121 लोगों की मौत के बाद रूस के राष्ट्रपति और जापान के प्रधानमंत्री ने शोक संदेश भेजे हैं।
हाथरस केस: उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में भगदड़ के दौरान 121 लोगों की मौत पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और पूर्वी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने शोक व्यक्त किया है। भारत में रूसी दूतावास ने बुधवार को एक्स हैंडल पर लिखा, ‘रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने उत्तर प्रदेश में भगदड़ की घटना को लेकर भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शोक संदेश भेजा है। उन्होंने लिखा है कि कृपया उत्तर प्रदेश में हुई दुखद घटना पर संवेदना व्यक्त करें।’
पूर्वी प्रधानमंत्री किशिदा ने अपने शोक संदेश में कहा कि उन्हें यह जानकर बहुत दुख हुआ कि भारत में भगदड़ के कारण कई लोगों की जान चली गई। जापान के विदेश मंत्रालय की वेबसाइट पर एक पोस्ट में किशिदा ने कहा, ‘जापान सरकार की ओर से मैं मृतकों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं, शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की ईश्वर से प्रार्थना करता हूं।’

हाथरस मामले में पुलिस ने दर्ज किया मामला

दरअसल, उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में एक कथित धर्म प्रचारक ने सिकंदराराऊ क्षेत्र के फुलराई गांव में धर्म प्रचार के लिए एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया था। इस दौरान जूते और टाई बेल्ट पहनकर धर्म प्रचार करने वाला कथित बाबा अपने काफिले के साथ निकल गया, लेकिन लोग उसमें फंस गए। एक छोटे से गेट से भीड़ को हटाने के दौरान भगदड़ मच गई, जिसमें 121 लोगों की जान चली गई और कई लोग घायल हो गए। उत्तर प्रदेश पुलिस ने आयोजकों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस ने आयोजकों पर साक्ष्य छिपाने और नियमों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। बताया जा रहा है कि प्रशासन ने सिर्फ 80 हजार लोगों के एकत्र होने की अनुमति दी थी, लेकिन पंडाल में 2.5 लाख लोग एकत्र हो गए, जिन्हें संभालना मुश्किल हो गया।

सोने-चांदी का भाव: आज नहीं हुआ कारोबार, जानिए पटना सर्राफा बाजार में सोने-चांदी का भाव

सर्राफा बाजार में सोने-चांदी का भाव

सोने-चांदी का भाव: आज नहीं हुआ कारोबार, जानिए पटना सर्राफा बाजार में सोने-चांदी का भाव

सर्राफा बाजार में सोने-चांदी का भाव

पटना बिहार में सर्राफा बाजार में सोने-चांदी का भाव: राजधानी पटना में आज सोने-चांदी दोनों की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ. जिसमें 24 कैरेट सोना आज चौहत्तर हजार से ऊपर है. वहीं चांदी की कीमत में भी कोई बदलाव नहीं हुआ है.

पटना. शादी-ब्याह के चलते सोने-चांदी की चमक भी बढ़ गई है. बिहार के सबसे बड़े सर्राफा बाजार राजधानी पटना में शादी-ब्याह से कुछ दिन पहले से ही सोने-चांदी की कीमतों में तेजी दर्ज की जा रही है. हालांकि, एक दिन पहले की तुलना में आज सोने-चांदी की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है. मालूम हो कि अब तक सोने-चांदी की कीमतें मौजूदा स्तर से कम चल रही थीं. जबकि, एक दिन पहले की वजह से सोने-चांदी की कीमत में तेजी आई थी.

हालांकि, बाजार विश्लेषकों के मुताबिक, फिलहाल सोने-चांदी की कीमतों में मामूली तेजी आई है. जबकि, शादी-ब्याह में सोने-चांदी की कीमत में और तेजी आने की उम्मीद है. पाटलिपुत्र सर्राफा संघ के उपाध्यक्ष अजय कुमार ने 18 को बताया कि सोने-चांदी की अत्यधिक मांग और कभी-कभार आपूर्ति के कारण भी कीमतों पर असर पड़ा है।

सोने की कीमत जानिए

बुधवार (03 जुलाई) को राजधानी पटना के सर्राफा बाजार में 22 कैरेट सोने की कीमत 66,800 रुपये प्रति 10 ग्राम है। वहीं, 24 कैरेट सोने का भाव आज 74,350 रुपये प्रति 10 ग्राम है। जबकि, अब तक 24 कैरेट सोने का भाव 73,700 रुपये प्रति 10 ग्राम था। वहीं, 22 कैरेट सोने का भाव 66,200 रुपये प्रति 10 ग्राम चल रहा था। वहीं, 18 कैरेट सोने का भाव भी इन दिनों 56,300 रुपये चल रहा है।

चांदी का भाव क्या है?

वहीं, अगर चांदी की बात करें तो कल के मुकाबले इन दिनों इसके भाव में कोई अंतर नहीं है। इसके साथ ही आज भी चांदी 88,000 रुपये प्रति किलो के भाव पर बिक रही है। जबकि, इससे पहले चांदी के भाव 86,000 रुपये प्रति किलो थे।

यह नए एक्सचेंज भाव हैं।

वहीं, अगर आप इन दिनों सोना बेचना या एक्सचेंज करना चाहते हैं तो आपको बता दें कि इन दिनों पटना सर्राफा बाजार में 22 कैरेट सोने के 10 ग्राम का एक्सचेंज रेट 65,300 रुपये और 18 कैरेट सोने का एक्सचेंज रेट 54,800 रुपये प्रति 10 ग्राम है। वहीं, चांदी बेचने का भाव अभी भी 85,000 रुपये प्रति किलो है।

T20 world Cup 2024: ‘विश्व कप को उड़ते हुए देखा…’, अपने विजयी कैच पर सूर्यकुमार यादव का रिएक्शन

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T20 world Cup 2024: ‘विश्व कप को उड़ते हुए देखा…’, अपने विजयी कैच पर सूर्यकुमार यादव का रिएक्शन

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T20 world Cup 2024: सूर्यकुमार यादव ने सिर्फ अंतिम ओवर की पहली गेंद पर ही कैच नहीं लिया बल्कि पूरा विश्व कप ही कैच कर लिया। अगर यह कहा जाए कि सूर्या के कैच ने भारत को विश्व कप जिताया तो गलत नहीं होगा।

सूर्यकुमार यादव ने अपने कैच पर प्रतिक्रिया दी: अगर सूर्यकुमार यादव ने कैच नहीं पकड़ा होता तो शायद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा T20 विश्व कप 2024 की ट्रॉफी नहीं पकड़ पाते। सूर्या ने कैच नहीं पकड़ा बल्कि ट्रॉफी पकड़ी। अब खुद सूर्या ने अपने कैच पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्होंने गेंद नहीं बल्कि विश्व कप को हवा में उड़ते हुए देखा। तो आइए जानते हैं

सूर्यकुमार यादव ने अपने विजयी कैच के बारे में क्या कहा।

सबसे पहले आपको बता दें कि 2024 T20 विश्व कप के अंतिम मैच में सूर्यकुमार यादव ने अंतिम ओवर की पहली गेंद पर दक्षिण अफ्रीका के स्टार बल्लेबाज डेविड मिलर का कैच पकड़ा था। अफ्रीका को आखिरी ओवर में जीत के लिए 16 रन चाहिए थे। हार्दिक पांड्या के ओवर की पहली गेंद पर छक्का लगाने की कोशिश में मिलर ने सीधा शॉट खेला। गेंद बाउंड्री से बाहर जा रही थी लेकिन आखिर में सूर्या ने दो कोशिश में कैच लपककर मिलर को पवेलियन भेज दिया। इस कैच के बाद मैच पूरी तरह से भारत के पक्ष में हो गया। अब सूर्या ने इस कैच के बारे में ‘टाइम्स ऑफ इंडिया‘ से बात करते हुए कहा, “मुझे सच में नहीं पता था कि मेरे दिमाग में क्या चल रहा था। मैं एरिना कप को उड़ता हुआ देख रहा था और मैंने बस उसे पकड़ लिया। मैं उस समय अमेरिका के लिए कुछ खास करने के लिए शुक्रगुजार हूं। यह भगवान की योजना थी।

सूर्या के कैच के बाद 7 रन से जीती टीम इंडिया

ओवर की पहली गेंद पर कैच आउट होने के बाद हार्दिक ने अपने ओवर में सिर्फ 8 रन खर्च किए थे। इस तरह टीम इंडिया 7 रन से जीत गई। पहली गेंद पर कैच आउट होने के बाद हार्दिक ने दूसरी गेंद पर चौका दिया। फिर 0.33 और चौथी गेंद पर बाय के जरिए 1-1 रन आए। इसके बाद हार्दिक ने 1 वाइड फेंकी। फिर पांचवीं गेंद पर कैगिसो रबाडा कैच आउट हो गए और आखिरी गेंद पर सिर्फ 1 रन आया।

सोलर पैनल: कम कीमत पर 10 किलोवाट का सोलर पैनल लगवाने का बढ़िया मौका! शायद अब ऐसा मौका न मिले

सोलर पैनल:

सोलर पैनल: कम कीमत पर 10 किलोवाट का सोलर पैनल लगवाने का बढ़िया मौका! शायद अब ऐसा मौका न मिले

सोलर पैनल:

सोलर पैनल: आजकल सोलर बिजली का इस्तेमाल अप्रत्याशित रूप से बढ़ रहा है, सोलर पैनल का इस्तेमाल सूरज की बिजली से बिजली बनाने के लिए किया जाता है, सोलर पैनल पर्यावरण के अनुकूल तरीके से ऊर्जा पैदा करते हैं, इनके इस्तेमाल से बिजली का बिल कम आता है। सोलर पैनल का इस्तेमाल हर तरह के इलाके में किया जा सकता है।

10 किलोवाट का सोलर पैनल

10 किलोवाट का सोलर पैनल रिहायशी इलाकों या व्यावसायिक इलाकों के लिए कारगर माना जाता है, इस क्षमता का सोलर पैनल एक दिन में 40 से 45 यूनिट बिजली पैदा करता है। इस क्षमता का सोलर पैनल लगाने के लिए 850 वर्ग फीट जगह की जरूरत होती है। आप अपनी जरूरत के हिसाब से ऑन-ग्रिड या ऑफ-ग्रिड सोलर डिवाइस लगवा सकते हैं। इससे आप बिजली के बिल में भी बचत कर सकते हैं।

10 किलोवाट की ऑन-ग्रिड सोलर मशीन की कीमत

10 किलोवाट की क्षमता वाली ऑन-ग्रिड सोलर मशीन में सोलर पैनल से पैदा होने वाली ऊर्जा ग्रिड के साथ शेयर की जाती है, जिससे बिजली का बिल आसानी से कम हो सकता है। इस सोलर डिवाइस में पैनल से उत्पन्न ऊर्जा को ग्रिड के साथ साझा किया जाता है, इस डिवाइस में सोलर पैनल, सोलर इनवर्टर मुख्य सिस्टम हैं, मशीन में साझा की गई बिजली की गणना करने के लिए इंटरनेट-मीटरिंग की जाती है। 10 किलोवाट की ऑनग्रिड मशीन लगाने की लागत करीब पांच लाख रुपये से 5.50 लाख रुपये तक हो सकती है। इस पर आपको 78 हजार की सब्सिडी मिल सकती है।

10 किलोवाट ऑफग्रिड सन सिस्टम चार्ज

ऑफग्रिड सिस्टम में पैनल से उत्पन्न बिजली को बैटरी में सेव किया जा सकता है, इस मशीन में सोलर पैनल, सोलर इनवर्टर और सन बैटरी मुख्य उपकरण हैं, ग्राहक अपनी जरूरत के हिसाब से सन बैटरी में सेव की गई बिजली का इस्तेमाल कर सकते हैं। इस सोलर डिवाइस को लगाने की कुल लागत करीब 7 लाख रुपये से 8 लाख रुपये तक हो सकती है। ऐसे सिस्टम में बिजली बैकअप की सुविधा मिलती है।

सन पैनल लगाने से पर्यावरण को स्वच्छ और सुरक्षित रखा जा सकता है, साथ ही यह डिवाइस बिजली बिल को कम करने में भी मदद करती है