Haryana Assembly Elections : असंतोष से बचने के लिए कांग्रेस बिना प्रधानमंत्री के चुनाव लड़ सकती है

Haryana Assembly Elections : असंतोष से बचने के लिए कांग्रेस बिना प्रधानमंत्री के चुनाव लड़ सकती है

Haryana Assembly Elections : चुनाव न लड़ने वाला भी प्रधानमंत्री बन सकता है हिमाचल भवन में संसदीय चयन समिति की बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए हरियाणा कांग्रेस के नेता दीपक बावरिया ने कहा कि यह आलाकमान का एकाधिकार है और कोई भी राज्य पर नियंत्रण कर सकता है

हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी दीपक बावरिया ने कहा कि पार्टी मुख्यमंत्री का फैसला विधानसभा चुनावों के बाद कर सकती है। किसी चुनाव न लड़ने वाले व्यक्ति को भी सीएम बनाया जा सकता है। दिल्ली के हिमाचल भवन में कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक के बाद उन्होंने मीडिया से कहा कि यह आलाकमान का एकाधिकार है, राज्य की कमान कोई भी संभाल सकता है।
इसी के साथ उन्होंने संकेत दे दिया है कि पार्टी राज्य में केवल पार्टी के सिंबल पर चुनाव लड़ेगी। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, दीपक बावरिया, प्रदेश अध्यक्ष उदयभान, कुमारी सैलजा, रणदीप सिंह सुरजेवाला समेत पार्टी के आला नेता मौजूद रहे।

दरअसल, राज्य में कुमारी शैलजा और रणदीप सिंह सुरजेवाला अपने अपने दांवे ठोंक रहे हैं। उनके गुट के नेताओं ने भी बड़े पैमाने पर टिकटों के लिए आवेदन किया है, ऐसे में टिकट बंटवारे के बाद पार्टी में सिर फुट्टौव्वल तय मानी जा रही है। इसके लिए स्क्रीनिंग समिति की बैठकें लगातार जारी हैं।

दो से अधिक बार हारने वाले नेताओं को नहीं मिलेगा टिकट
सूत्रों के अनुसार, पार्टी ने दो या उससे अधिक बार हारने वाले नेताओं को टिकट न देने पर सहमति व्यक्त की है। इसके अलावा कोई मौजूदा और पूर्व सांसद चुनाव नहीं लड़ सकेगा। केवल विशेष परिस्थितियों में पार्टी आलाकमान की अनुमति से ही ऐसा संभव हो सकेगा। हरियाणा को लेकर पार्टी ने 2 सितंबर को केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक बुलाई है।

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